छावा, लक्ष्मण उटेकर द्वारा डायरेक्ट की गई एक ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म है, जो मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म शिवाजी सावंत के उपन्यास Chhaava movie से प्रेरित है और मराठा शासक संभाजी (विक्की कौशल) और मुगल बादशाह औरंगजेब (अक्षय खन्ना) के बीच के टकराव को दिखाती है। फिल्म की कहानी औरंगजेब की महत्वाकांक्षाओं और संभाजी के स्वराज के प्रति समर्पण के इर्द-गिर्द घूमती है।
Chhaava movie की स्टोरीलाइन
फिल्म की कहानी मराठा साम्राज्य के उस दौर को दिखाती है जब संभाजी महाराज ने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। औरंगजेब, जो अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता है, संभाजी को हराने की कसम खाता है। उसका कहना है, “अपने पूरे खानदान की लाश पर खड़े होकर हमने यह ताज पहना था।” यह संघर्ष फिल्म का मुख्य आकर्षण है, जो दर्शकों को ऐतिहासिक युद्ध और राजनीतिक चालबाज़ियों के बीच ले जाता है।
छावा के स्ट्रॉन्ग पॉइंट्स
- एक्टिंग: विक्की कौशल और अक्षय खन्ना ने फिल्म को जीवंत बना दिया है। विक्की ने संभाजी के किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाया है। उनकी बॉडी लैंग्वेज, आवाज़ और एक्सप्रेशन ने किरदार को बखूबी पेश किया है। वहीं, अक्षय खन्ना ने औरंगजेब के रूप में एक डरावना और शक्तिशाली परफॉर्मेंस दिया है। उनकी आँखों में छुपी क्रूरता और अहंकार दर्शकों को बांधे रखता है।
- सिनेमैटोग्राफी और सेट डिज़ाइन: फिल्म का प्रोडक्शन और सेट डिज़ाइन शानदार है। युद्ध के सीन, महलों की भव्यता और प्रॉप्स की ऑथेंटिसिटी फिल्म को एक ऐतिहासिक महाकाव्य का रूप देती है।
- म्यूजिक: एआर रहमान का म्यूजिक फिल्म को एक अलग ही लेवल पर ले जाता है। बैकग्राउंड स्कोर सीन्स को और भी इम्पैक्टफुल बनाता है।
छावा के वीक पॉइंट्स
- स्टोरी पेस: फिल्म की पहली हाफ स्लो है और दर्शकों को स्टोरी से कनेक्ट करने में कमजोर है। युद्ध के सीन्स की ज्यादाता ने स्टोरी के ड्रामेटिक एलिमेंट्स को पीछे धकेल दिया है।
- फीमेल कैरेक्टर्स की अनदेखी: फिल्म में फीमेल कैरेक्टर्स को लिमिटेड स्क्रीन टाइम मिला है। रश्मिका मंदाना (येसुबाई) और दिव्या दत्ता (सोयराबाई) जैसी टैलेंटेड एक्ट्रेसेस के कैरेक्टर्स को और डिटेल में दिखाया जा सकता था।
- एक्शन की अधिकता: फिल्म में एक्शन सीक्वेंस की बहुलता ने स्टोरी के इमोशनल एस्पेक्ट्स को कमजोर कर दिया है। दर्शकों को कैरेक्टर्स के बीच के डायलॉग और टेंशन पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत थी।
छावा का फाइनल मैसेज
छावा संभाजी महाराज के बलिदान और बहादुरी को श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास है। हालांकि, फिल्म अपने गोल तक पहुँचने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाई है। खराब एडिटिंग और ज्यादा एक्शन ने स्टोरी के इमोशनल पहलुओं को कमजोर कर दिया है। फिर भी, विक्की कौशल और अक्षय खन्ना के शानदार परफॉर्मेंस ने फिल्म को वॉच करने लायक बना दिया है।