नाना पाटेकर की वनवास फिल्म सिनेमाघर में रिलीज हो चुकी हैं। ऐसे में अगर आप भी इस फिल्म को देखना चाहते हैं तो उससे पहले इस फिल्म का रिव्यू पढ़ लें। ताकि आपको फिल्म के कहानी के बारे में पूरी जानकारी मिल सकें। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको वनवास फिल्म के पूरे कहानी के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे चलिए जानते हैं-
कहानी क्या है?
वनवास फिल्म की कहानी एक पारिवारिक पृष्ठभूमि पर आधारित है। इस फिल्म में नाना पाटेकर के तीन बेटे हैं जो अपने पुश्तैनी घर को बेचना चाहते हैं। लेकिन नाना ऐसा नहीं चाहते हैं क्योंकि नाना का मानना है कि उनके इस घर में उनकी पत्नी की यादें बसती हैं। इसके बाद उनके बेटे उनको बनारस छोड़कर आते हैं और वापस आकर सबसे कहते हैं कि वो नहीं रहे। नाना को भूलने की बीमारी है इसलिए उन्हें अपना नाम, घर का पता कुछ याद नहीं। उन्हें यहां वीरू यानी उत्कर्ष मिलते हैं, फिर क्या होता है इसको जाने के लिए आपको थिएटर में जाना होगा कुल मिलाकर कहे तो फिल्म का कहानी काफी अच्छी है और जो लोग फिल्म देख कर आ रहे हैं। उनका कहना है की फिल्म काफी पारिवारिक हैं।
अनिल शर्मा ने फिर छोड़ी छाप
ग़दर एक प्रेम कथा और ग़दर 2 जैसी कई बेहतरीन फिल्म बनाने वाले अनिल शर्मा ने एक बार फिर दर्शकों के लिए अच्छी फिल्म बनाई है जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि आज के समय बॉलीवुड में एक्शन मूवी का बोलबाला हैं। ऐसे में फिल्म से अनिल शर्मा ने ऑडियंस के लिए फैमिली ड्रामा फिल्म बनाया हैं। जो दर्शकों को काफी पसंद आ रही हैं। फिल्म के काम कहानी बिल्कुल इमोशन पर आधारित हैं।
लेखक सुनील सिरवैया ने कंटेंट की नब्ज को समझते हुए एक इमोशनल स्टोरी से फैंस की आंखें नम होने पर भी मजबूर किया है।
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नाना पाटेकर ने बेहतरीन अभिनय किया है
नाना पाटेकर एक ऐसे अभिनेता है जो अपने किसी भी किरदार में लोगों को पसंद आते हैं। ऐसे में इस फिल्म में उनका किरदार एक ऐसे बुजुर्ग व्यक्ति का हैं। जो अपने घर को अपने बेटों से बचना चाहता है क्योंकि उनका घर उनके बेटे बेचना चाहते हैं। उन्होंने इस फिल्म में एक बेहतरीन अभिनय किया हैं। जिसको देखकर फिल्म समीक्षक कह रहे हैं कि नाना पाटेकर ने एक बेहतरीन कम बैक किया हैं।
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